फर्रुखाबाद का इतिहास (History of Farrukhabad in Hindi)
फर्रुखाबाद भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक ऐतिहासिक जिला है, जो गंगा और रामगंगा नदियों के तट पर स्थित है। इस शहर की स्थापना मुगल बादशाह फर्रुखसियर के शासनकाल (1713-1719 ई.) में हुई थी, जिसके नाम पर इसका नाम “फर्रुखाबाद” पड़ा।
प्राचीन इतिहास
फर्रुखाबाद क्षेत्र प्राचीन काल से ही महत्वपूर्ण रहा है। यह क्षेत्र पांडवों और कौरवों के समय से जुड़ा हुआ माना जाता है। मान्यता है कि महाभारत काल में यहाँ हस्तिनापुर का राज्य फैला हुआ था।
मध्यकालीन इतिहास
- मुगल काल: फर्रुखाबाद की स्थापना 1714 ई. में मुगल बादशाह फर्रुखसियर के एक सरदार मोहम्मद खान बंगश ने की थी। उसने यहाँ एक किला बनवाया और इस क्षेत्र को अपनी राजधानी बनाया।
- नवाबों का शासन: 18वीं शताब्दी में फर्रुखाबाद पर बंगश नवाबों का शासन रहा। नवाब मोहम्मद खान और उसके वंशजों ने यहाँ एक स्वतंत्र रियासत स्थापित की।
ब्रिटिश काल
- 1802 में, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने फर्रुखाबाद पर कब्जा कर लिया और इसे अंग्रेजी साम्राज्य में मिला लिया।
- 1857 का स्वतंत्रता संग्राम: फर्रुखाबाद 1857 की क्रांति का एक प्रमुख केंद्र था। यहाँ के स्थानीय लोगों और सैनिकों ने अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की, लेकिन बाद में अंग्रेजों ने विद्रोह को दबा दिया।
स्वतंत्रता के बाद
1947 में भारत की आजादी के बाद फर्रुखाबाद उत्तर प्रदेश का हिस्सा बना। आज यह एक कृषि प्रधान जिला है और यहाँ फर्रुखाबादी धोती, इत्र और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है।
प्रमुख ऐतिहासिक स्थल
- फर्रुखाबाद किला – नवाब मोहम्मद खान द्वारा बनवाया गया।
- कम्पनी बाग – अंग्रेजों द्वारा निर्मित एक बगीचा।
- संग्राम घाट – गंगा नदी के किनारे स्थित एक धार्मिक स्थल।
- श्री दिगंबर जैन मंदिर – प्राचीन जैन मंदिर।
फर्रुखाबाद का इतिहास समृद्ध और गौरवशाली रहा है, जो मुगल, नवाबी और ब्रिटिश काल की झलक प्रस्तुत करता है।