मुरादाबाद का इतिहास और विकास

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मुरादाबाद का इतिहास (History of Moradabad in Hindi)

मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर है, जो अपनी ऐतिहासिक विरासत, धातु शिल्प (ब्रास वेयर) और सांस्कृतिक विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इस शहर की स्थापना मुगल काल में हुई थी और इसका नाम मुगल शासक शाहजहाँ के पुत्र मुराद बख्श के नाम पर रखा गया।

स्थापना और नामकरण

  • मुरादाबाद की स्थापना 1625 ईस्वी में शाहजहाँ के छोटे बेटे मुराद बख्श ने की थी।
  • मुराद बख्श ने इसे रुस्तमनगर (रुस्तमनगढ़) के नाम से बसाया था, लेकिन बाद में इसका नाम बदलकर मुरादाबाद कर दिया गया।
  • यह शहर रामगंगा नदी के किनारे बसा हुआ है, जो इसकी भौगोलिक और आर्थिक महत्ता को बढ़ाती है।

मुगल काल और ब्रिटिश शासन

  • मुगल काल में मुरादाबाद एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक और सैन्य केंद्र था।
  • 18वीं शताब्दी में यह शहर रुहेलाओं के अधीन आया, जिन्होंने यहाँ किलेबंदी की और शासन किया।
  • 1801 ईस्वी में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने इसे अपने नियंत्रण में ले लिया और इसे अंग्रेजों के अधीन एक जिला मुख्यालय बना दिया गया।

स्वतंत्रता संग्राम में योगदान

  • मुरादाबाद ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यहाँ के स्थानीय लोगों और सैनिकों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया।
  • भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान यह शहर कांग्रेस और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों का केंद्र रहा।

धातु शिल्प और आर्थिक महत्व

  • मुरादाबाद को “पीतल नगरी” (Brass City) के नाम से जाना जाता है, क्योंकि यहाँ पीतल, कांस्य और धातु के बर्तनों की उत्कृष्ट कारीगरी होती है।
  • यहाँ का हस्तशिल्प और नक्काशीदार धातु उत्पाद दुनिया भर में निर्यात किया जाता है।

धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

  • मुरादाबाद में हिंदू, मुस्लिम, सिख और जैन धर्मों के पूजा स्थल हैं।
  • प्रमुख धार्मिक स्थलों में जामा मस्जिद, कांत मंदिर, गुरुद्वारा सिंह सभा और दिगंबर जैन मंदिर शामिल हैं।

आधुनिक मुरादाबाद

  • आज मुरादाबाद एक व्यापारिक और औद्योगिक केंद्र है, जो अपने हस्तशिल्प, टेक्सटाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के लिए प्रसिद्ध है।
  • यह शहर राष्ट्रीय राजमार्ग 24 से जुड़ा हुआ है और दिल्ली-लखनऊ रेलवे लाइन पर स्थित है।

निष्कर्ष

मुरादाबाद एक ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक दृष्टि से महत्वपूर्ण शहर है, जो अपनी समृद्ध विरासत और कला के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।

क्या आप मुरादाबाद के किसी विशेष पहलू के बारे में और जानना चाहेंगे?

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Jrs Computer सेंटर है। वर्तमान में AmanShantiNews.com में बतौर सब एडिटर कार्यरत हैं, और Sports की खबरें कवर करते हैं। कानपुर विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की पढ़ाई की है। पत्रकारिता की शुरुआत 2020 में अमन शांति न्यूज से हुई थी। Sports,Business,Technology आदि संबंधी खबरों में दिलचस्पी है।
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