मौके पर पहुंचे अफसरों ने घायलों को इलाज के लिए एंबुलेंस से सीएचसी सिराथू भेजा। यहां नौ लोगों की हालत नाजुक देख चिकित्सकों ने मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव समेत प्रशासनिक अफसर मौके पर पहुंचे। पुलिस ने हाइड्रा को कब्जे में ले लिया है। हिमाचल प्रदेश 30 श्रद्धालुओं का जत्था रविवार शाम टूरिस्ट बस से प्रयागराज संगम के लिए निकला था। बस में चालक-परिचालक समेत कुल 32 लोग सवार थे। सोमवार शाम करीब छह बजे बस जैसे ही फतेहपुर के कनवार से कौशांबी बार्डर में प्रवेश की तभी कानपुर-प्रयागराज राजमार्ग में आगे चल रहे हाइड्रा वाहन से टकरा गई। घटना में बस के परखचे उड़ गए।
हादसे में बस सवार लोगों की चीख-पुकार सुन स्थानीय लोग तत्काल मौके पर पहुंचे।घटना की जानकारी के बाद तत्काल सीओ सिराथू अवधेश विश्वकर्मा, इंस्पेक्टर सैनी बृजेश कुमार करवरिया तीन एंबुलेंस से साथ मौके पहुंचे। घायलों को इलाज के लिए सीएचसी सिराथू भेजा गया। यहां चिकित्सकों ने हिमाचल के सलोन जिले के ब्रम्हड़ा निवासी 70 वर्षीय तुलसीराम पुत्र कुंतीलाल, उनकी पत्नी गीता, बलेरा निवासी 70 वर्षीय बाबूराम पुत्र दयाराम, 53 वर्षीय तेज राम पुत्र दयाराम, 39 वर्षीय बबलू पुत्र दिलेर, 60 वर्षीय लीला पत्नी विद्या सागर, 52 वर्षीय पत्नी बाबूराम, 50 वर्षीय ममता शर्मा पत्नी नरेश कुमार, 45 वर्षीय नरदेवी पत्नी गु्च्चीराम, 70 वर्षीय गोदावरी पत्नी किशनलाल, 65 वर्षीय गोदावरी पत्नी किशनलाल, 65 वर्षीय धनपत्ती पत्नी देवीलाल, 20 वर्षीय पविता पुत्री सुरेंद्र कुमार, 40 वर्षीय रूमराम पुत्र राजकुमार की हालत नाजुक देख मेडिकल कालेज रेफर कर दिया। बस में कुल 19 महिला व 11 पुरुष सवार थे। एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एडीएम अरुण कुमार गोंड, सीएमओ डा. संजय कुमार ने भी घटना स्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद अस्पताल पहुंच कर घायलों के इलाज की व्यवस्था कराई। मेडिकल कालेज में सीएमएस डा. सुनील कुमार शुक्ला ने मौजूद रहकर घायलों के इलाज की व्यवस्था देखी।
हाईवे पर मची रही अफरा-तफरी
हादसे के बाद से हाईवे पर अफरा-तफरी मची रही। बस के कांच सड़क पर काफी दूर तक फैल गए थे। हादसे की वजह से कानपुर-प्रयागराज लेन करीब एक घंटे तक बाधित रहा। फतेहपुर जिले की खागा व सैनी कोतवाली पुलिस ने रूट डायवर्जन करा कर वाहनों को गंतव्य तक भेजा। इसके बाद जेसीबी की मदद से क्षतिग्रस्त बस के मलबे को सड़क से हटवाया गया।