मथुरा। बार एसोसिएशन की आम सभा में पांच सदस्यीय जांच समिति ने पूर्व अध्यक्ष मदन गोपाल सिंह और सचिव गोपाल गौतम के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की। इस दौरान जमकर हंगामा हो गया। 1.87 करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगा, तो सदन के अंदर ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
विरोध में चोर-चोर के नारे गूंजे। हालांकि विवाद के बीच जांच रिपोर्ट सार्वजनिक रूप से पढ़ी नहीं जा सकी। लेकिन बाद में वर्तमान अध्यक्ष व सचिव ने इसे सार्वजनिक कर दिया। पूर्व कोषाध्यक्ष बृजेश गौतम ने पिछली कार्यकारिणी में अध्यक्ष ठाकुर मदन गोपाल सिंह व सचिव गोपाल गौतम पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया था।
पांच सदस्यीय समिति का किया गया था गठन
जांच के लिए पांच सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। बुधवार को आम सभा की बैठक हुई। सभी अधिवक्ताओं के सामने समिति ने सदन को जांच रिपोर्ट सौंप दी। इस दौरान निर्णय लिया गया कि जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक तौर पर पढ़कर सुनाया जाए। इसका पूर्व अध्यक्ष, सचिव और उनके सहयोगियों ने विरोध किया। इस पर हंगामा होने लगा।
अधिवक्ता लगाने लेग चोर-चोर के नारे
पूर्व अध्यक्ष व सचिव का कहना था कि जांच रिपोर्ट की कॉपी पहले उनको दी जाए। इसके बाद वह जवाब देंगे। फिर दोनों रिपोर्ट और जवाब को सार्वजनिक किया जाए। कचहरी परिसर में पुलिस और एसएसएफ के जवान सक्रिय हो गए। अधिवक्ता चोर-चोर के नारे लगाने लगे।
समिति ने सौंपी जांच रिपोर्ट
तनावपूर्ण स्थिति में वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने सुझाव दिया कि रिपोर्ट को सार्वजनिक न कर पीडीएफ बनाकर अधिवक्ताओं को उनके मोबाइल पर भेज दें,तब मामला शांत हुआ। सवा घंटे तक चले हंगामे के बीच समिति ने पदाधिकारियों को जांच रिपोर्ट सौंप दी।
क्या बोले पूर्व अध्यक्ष व अध्यक्ष
आम सभा जनाक्रोश के सामने स्थगित हुई है। हमारे सामने हारे हुए प्रत्याशियों को जांच समिति में शामिल किया गया है, जो उचित नहीं है। अनियमितता के आरोप लगे हैं तो उसके जवाब दिए जाएंगे। पर, ये तरीका गलत था। पूरा प्रायोजित कार्यक्रम था। हम मांग कर रहे थे कि पहले हमें जांच रिपोर्ट की कापी दें। हम जवाब देंगे। इसके बाद दोनों कापियों को सार्वजनिक करें। -ठा.मदन गोपाल, पूर्व अध्यक्ष, बार एसोसिएशन
समिति द्वारा सौंपी गई जांच रिपोर्ट में पूर्व अध्यक्ष व सचिव पर 1.87 करोड़ रुपये गबन का आरोप लगा है। दोनों को जांच रिपोर्ट की कॉपी चतुर्थ श्रेणी कर्मी के माध्यम से भेजी गई, लेकिन उन्होंने लेने से इन्कार कर दिया। इसके बाद दोनों का वाट्सएप के माध्यम से कॉपी पहुंचाई गई है। तीन दिन में स्पष्टीकरण देना है, सोमवार को फिर आमसभा की बैठक होगी। प्रदीप कुमार, अध्यक्ष बार एसोसिएशन
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