वेदांता लिमिटेड ने शुक्रवार को बताया कि दिसंबर 31, 2024 को खत्म हुई तिमाही में उसका कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा 76.2% बढ़कर 3,547 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी ने 2,013 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया था। कंपनी की कुल आय इस तिमाही में 9.5% बढ़कर 39,795 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले साल इसी तिमाही में 36,320 करोड़ रुपये थी।
वेदांता का तीसरी तिमाही का कंसोलिडेटेड राजस्व 38,526 करोड़ रुपये रहा, जो तिमाही आधार पर 4% और सालाना आधार पर 10% की बढ़ोतरी दिखाता है। यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से बाजार में बेहतर कीमतों और हाई प्रीमियम की वजह से हुई।
इस तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च 33,134 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की इसी अवधि में यह 32,215 करोड़ रुपये था।
अब तक की सबसे ऊंची तीसरी तिमाही की EBITDA
वेदांता लिमिटेड के CEO अरुण मिश्रा ने कहा, “हमने अपनी अब तक की सबसे ऊंची तीसरी तिमाही की EBITDA 11,284 करोड़ रुपये दर्ज की है। लागत को कम करने और प्रमुख सेक्टर्स में उत्पादन बढ़ाने पर हमारा फोकस इस शानदार प्रदर्शन में सहायक रहा है।”
उन्होंने बताया कि एल्युमिनियम कारोबार में EBITDA में सालाना 58% और जिंक इंडिया कारोबार में 28% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कंपनी को उम्मीद है कि आने वाले तिमाहियों में भी ये रफ्तार बनी रहेगी।
डिमर्जर प्रक्रिया सही दिशा में
वेदांता के CFO अजय गोयल ने कहा कि कंपनी की डिमर्जर प्रक्रिया सही दिशा में है और अगले महीने शेयरधारकों और कर्जदाताओं की बैठक होने वाली है। दिसंबर 31, 2024 तक वेदांता का कुल कर्ज 78,496 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने बताया कि उसकी पैरेंट कंपनी वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड (VRL) ने पिछले चार महीनों में बॉन्ड जारी कर 3.1 बिलियन डॉलर का पुनर्गठन किया है, जिससे कर्ज की अदायगी की समय सीमा 8 साल तक बढ़ गई है।
वेदांता लिमिटेड, वेदांता रिसोर्सेज की सहायक कंपनी है और यह भारत, दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया, लिबेरिया, यूएई, सऊदी अरब, कोरिया, ताइवान और जापान में कारोबार करती है। कंपनी तेल और गैस, जिंक, सीसा, चांदी, तांबा, लोहे का अयस्क, इस्पात, निकल, एल्युमिनियम, पावर और ग्लास सब्सट्रेट जैसे सेक्टर्स में काम करती है।
आज कारोबार बंद होने तक कंपनी का शेयर BSE पर +2.11% बढ़कर 441.40 पर बंद हुआ।