रायबरेली स्थित कौशल विकास संस्थान (SDI) के प्रशिक्षार्थियों के लिए 01 जुलाई 2025 का दिन गौरव का क्षण लेकर आया, जब संस्थान के इंडस्ट्रियल वेल्डर और पाइप फिटर ट्रेड के 70 प्रशिक्षार्थी देश की औद्योगिक प्रगति में भागीदारी निभाने के लिए टी.डी.के. कंपनी, रेवाड़ी (हरियाणा) के लिए रवाना किए गए।
कौशल विकास मिशन, प्रबंधन राजीव सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इन प्रशिक्षार्थियों को भारत सरकार की महारत्न कंपनी गेल (इंडिया) लिमिटेड के नेतृत्व में, तेल एवं गैस कंपनियों के कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) निधि से संचालित कौशल विकास संस्थान, रायबरेली द्वारा तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया था। संस्थान का उद्देश्य युवाओं को दक्ष बनाकर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान करना है।
इस कार्यक्रम की संपूर्ण रूपरेखा संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजेशमणि त्रिपाठी द्वारा तैयार की गई, तथा आवश्यक मार्गदर्शन संस्थान के सचिव संजय वर्मा द्वारा प्रदान किया गया।
विदाई के इस महत्वपूर्ण अवसर पर रायबरेली रेलवे स्टेशन पर एक संक्षिप्त समारोह आयोजित किया गया, जिसमें कौशल विकास मिशन के जिला समन्वयक विवेक कुमार तिवारी, सहायक सेवायोजन अधिकारी तनुजा यादव, स्टेशन अधीक्षक मोहम्मद शाहबाज मुजफ्फर, एम.आई.एस. प्रबंधक राजीव कुमार सिंह, संस्थान के प्रधानाचार्य योगेंद्र मिश्रा, प्रशिक्षक अनिल कश्यप, प्रशांत मिश्रा, शशि नंदन तिवारी, अंकित पांडे, ओमप्रकाश साहनी, कमलेश द्विवेदी एवं अन्य स्टाफ उपस्थित रहे।
प्रधानाचार्य योगेंद्र मिश्रा, एम.आई.एस. प्रबंधक राजीव सिंह, कौशल विकास मिशन के जिला समन्वयक विवेक कुमार तिवारी एवं अन्य अधिकारियों द्वारा बच्चों को शुभकामनाओं सहित उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए रवाना किया गया। उन्होंने कहा कि यह संस्थान केवल तकनीकी प्रशिक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह युवाओं के समग्र विकास एवं आत्मनिर्भरता के लिए निरंतर प्रयासरत है। ज्ञात हो कि कौशल विकास संस्थान, रायबरेली में युवाओं को प्रोसेस इंस्ट्रूमेंटेशन टेक्नीशियन, इंडस्ट्रियल वेल्डर, इंडस्ट्रियल इलेक्ट्रिशियन, पाइप फिटर एवं डोमेस्टिक आईटी हेल्प डेस्क अटेंडेंट जैसे ट्रेड्स में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इन ट्रेड्स में दक्ष बनकर प्रशिक्षार्थी देश के विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त कर रहे हैं और अपने परिवार तथा देश के आर्थिक विकास में योगदान दे रहे हैं।
SDI रायबरेली इस प्रकार के तकनीकी प्रशिक्षण के माध्यम से न केवल युवाओं को रोजगार योग्य बना रहा है, बल्कि उनके व्यक्तित्व विकास, आत्मनिर्भरता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी मजबूत कर रहा है। संस्थान भविष्य में भी इसी प्रतिबद्धता के साथ युवाओं को रोजगारोन्मुख शिक्षा प्रदान के लिए सतत प्रयासरत रहेगा।