रायबरेली ! मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ० अनिल कुमार ने बताया है कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत गोवंशीय पशुओं में नस्ल सुधार एवं दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि हेतु मिनी नन्दिनी कृषक समृद्धि योजान्तर्गत कुल 15 पात्र आवेदन प्राप्त हुए। आवेदनों की संख्या अधिक होने के कारण आज मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय की अध्यक्षता में दोपहर 12:30 बजे ई-लॉटरी के माध्यम से 04 लाभार्थियों का चयन किया गया एवं 11 लाभार्थी को प्रतीक्षा सूची में रखा गया है।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि इस योजनान्तर्गत जनपद में 4 इकाई स्थापित करने का लक्ष्य है, जिसमें 10 स्वदेशी उन्नत नस्ल की गायों का क्रय प्रदेश के बाहर से किया जाएगा। योजना में पशुबाड़ा निर्माण के लिए 0.2 एकड़ और चारा उत्पादन के लिए 0.8 एकड़ भूमि का होना अनिवार्य है तथा 3 वर्षों के लिए पशु बीमा कराना जरूरी है। योजना का 15 प्रतिशत यानि 3.54 लाख रुपये लाभार्थी की ओर से 35 प्रतिशत अर्थात 8.26 लाख रुपये बैंक ऋण के रूप में और 50 प्रतिशत यानि 11 लाख 80 हजार रुपये अनुदान से प्राप्त होगा। योजनान्तर्गत दुग्ध उत्पादन की गुणवत्ता और मात्रा में सुधार होगा।
उ०प्र० सरकार द्वारा प्रति पशु दुग्ध उत्पादन के राष्ट्रीय औसत को बढ़ाने के लिए मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना की शुरुआत की है। इस योजनान्तर्गत उच्च गुणवत्ता वाली स्वदेशी नस्लों की गायों साहिवाल, गिर और थारपारकर किसानों के द्वारा प्रदेश के बाहर से क्रय किया जायेगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि एवं दुग्ध उत्पादन में बढ़ावा मिलेगा।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि लाभार्थियों का ई-लॉटरी के माध्यम से चयन किये जाने के अवसर पर अग्रणी जिला प्रबन्धक रायबरेली रमेश दुबे, पशु चिकित्साधिकारी अटौरा बुजुर्ग डा० प्रहलाद सिंह निरंजन के साथ-साथ विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।