बाराबंकी: इतिहास और नक्शा
बाराबंकी का इतिहास
बाराबंकी उत्तर प्रदेश का एक ऐतिहासिक जिला है, जिसका नाम यहाँ के प्रसिद्ध “बारा” (12) और “बंकी” (बाग़ या उद्यान) से मिलकर बना है। माना जाता है कि यहाँ 12 बाग़ हुआ करते थे, जिसके कारण इसका नाम बाराबंकी पड़ा।
प्राचीन एवं मध्यकालीन इतिहास
- बाराबंकी का इतिहास प्राचीन काल से जुड़ा हुआ है। यह क्षेत्र कोसल और अवध राज्यों का हिस्सा रहा है।
- मुग़ल काल में यह अवध क्षेत्र में शामिल था और नवाबों के शासन में इसका विकास हुआ।
- ब्रिटिश काल में बाराबंकी को एक जिला बनाया गया और यह लखनऊ डिवीजन का हिस्सा बना।
स्वतंत्रता संग्राम में योगदान
- 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में बाराबंकी के लोगों ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ़ बग़ावत में भाग लिया।
- स्वतंत्रता सेनानी राजा देवी बख्श सिंह और चौधरी छोटे लाल जैसे नेताओं ने यहाँ से आंदोलनों में सक्रिय भूमिका निभाई।
धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व
- बाराबंकी में कई प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हैं, जैसे देवा शरीफ़ (सूफ़ी संत हाजी वारिस अली शाह की दरगाह), सूरजकुंड मंदिर, और रामसनेही घाट।
- यहाँ हर साल उर्स-ए-वारिसी का आयोजन होता है, जिसमें हज़ारों श्रद्धालु शामिल होते हैं।
बाराबंकी का नक्शा और भौगोलिक स्थिति
- बाराबंकी उत्तर प्रदेश के मध्य में स्थित है और लखनऊ डिवीजन का हिस्सा है।
- पड़ोसी जिले:
- उत्तर: सीतापुर और हरदोई
- पूर्व: फैजाबाद (अयोध्या)
- दक्षिण: लखनऊ
- पश्चिम: रायबरेली
- प्रमुख नदियाँ: घाघरा और गोमती
- यातायात:
- रेलवे: बाराबंकी जंक्शन, दिल्ली-लखनऊ रेलमार्ग पर स्थित है।
- सड़क मार्ग: NH27 और NH28 से जुड़ा हुआ है।
प्रशासनिक विभाजन
बाराबंकी जिले को 6 तहसीलों में बाँटा गया है:
- बाराबंकी
- फतेहपुर
- रामसनेही घाट
- सिरौली गौसपुर
- देवा
- सुरतगंज
निष्कर्ष
बाराबंकी एक ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाला जिला है, जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और ऐतिहासिक धरोहर के लिए जाना जाता है। यहाँ का नक्शा और भौगोलिक स्थिति इसे उत्तर प्रदेश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाती है।
यदि आप बाराबंकी का विस्तृत नक्शा देखना चाहते हैं, तो आप उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या गूगल मैप्स पर “Barabanki district map” खोज सकते हैं।