अम्बेडकर नगर का इतिहास (हिंदी में)
स्थापना एवं नामकरण:
उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर जिले की स्थापना 29 सितंबर 1997 को हुई थी। इससे पहले यह क्षेत्र फैजाबाद जिले (अब अयोध्या जिला) का हिस्सा था। इस जिले का नाम भारतीय संविधान के निर्माता एवं दलितों के मसीहा डॉ. भीमराव अम्बेडकर के नाम पर रखा गया है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
यह क्षेत्र प्राचीन काल से ही सरयू नदी के किनारे बसा हुआ है और अयोध्या के पवित्र नगर के निकट होने के कारण इसका धार्मिक महत्व भी रहा है। मध्यकाल में यह अवध क्षेत्र का हिस्सा था और नवाबों के शासन में रहा। ब्रिटिश काल में यह फैजाबाद जिले के अंतर्गत आता था।
स्वतंत्रता संग्राम में योगदान:
अम्बेडकर नगर क्षेत्र के कई स्वतंत्रता सेनानियों ने भारत के स्वाधीनता आंदोलन में भाग लिया। यहाँ के ग्रामीण क्षेत्रों में किसान आंदोलन भी सक्रिय रहे।
जिले का गठन:
1997 में उत्तर प्रदेश सरकार ने सामाजिक न्याय और विकास के उद्देश्य से इस क्षेत्र को एक अलग जिला घोषित किया। अम्बेडकर नगर जिले का मुख्यालय अकबरपुर है।
प्रमुख स्थल:
- भीतरी नगर: यहाँ एक प्राचीन किला और ऐतिहासिक इमारतें हैं।
- कट्टे सराय: यह एक प्रसिद्ध बाजार क्षेत्र है।
- तंसेन पुरवा: प्रसिद्ध संगीतकार तानसेन से जुड़ा ऐतिहासिक स्थल।
सांस्कृतिक महत्व:
यहाँ हिंदी और अवधी संस्कृति का प्रभाव है। रामायण काल से जुड़े कई स्थान यहाँ आसपास स्थित हैं।
वर्तमान स्थिति:
आज अम्बेडकर नगर एक कृषि प्रधान जिला है, जहाँ चावल, गेहूँ और गन्ने की खेती प्रमुख है। शिक्षा और सामाजिक विकास की दिशा में भी जिला प्रगति कर रहा है।
इस प्रकार, अम्बेडकर नगर जिला ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सामाजिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है।