ललितपुर (नेपाल) का इतिहास हिंदी में:
ललितपुर, जिसे पाटन के नाम से भी जाना जाता है, नेपाल के सबसे प्राचीन और ऐतिहासिक शहरों में से एक है। यह काठमांडू घाटी के दक्षिणी भाग में स्थित है और अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है।
प्राचीन इतिहास:
- ललितपुर की स्थापना लगभग 3री शताब्दी ईसा पूर्व में किरात वंश के शासनकाल में हुई थी।
- लिच्छवी वंश (400-750 ई.) के दौरान शहर ने काफी विकास किया।
- मल्ल वंश (1201-1769 ई.) के शासन में ललितपुर अपने स्वर्ण युग में पहुंचा।
मध्यकालीन इतिहास:
- 15वीं-18वीं शताब्दी के दौरान मल्ल शासकों ने शहर को कला और वास्तुकला का केंद्र बनाया।
- 1769 में पृथ्वी नारायण शाह ने ललितपुर सहित पूरी काठमांडू घाटी पर कब्जा कर लिया।
सांस्कृतिक विरासत:
- पाटन दरबार स्क्वायर यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
- कृष्ण मंदिर, हिरण्य वर्ण महाविहार (स्वर्ण मंदिर), और महाबौद्ध जैसे प्रसिद्ध स्थल यहां स्थित हैं।
- ललितपुर नेपाली न्यारी कला और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है।
आधुनिक युग:
- 20वीं शताब्दी में ललितपुर नेपाल के प्रमुख शहरों में से एक बना।
- 2015 के भूकंप में शहर को काफी नुकसान हुआ, लेकिन अब इसके पुनर्निर्माण का कार्य चल रहा है।
ललितपुर आज भी नेपाल की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में जाना जाता है और अपने प्राचीन मंदिरों, कलात्मक परंपराओं और बौद्ध विरासत के लिए प्रसिद्ध है।