PM Kisan 20th Installment Release Date : देश में चलने वाली अलग-अलग योजनाओं के जरिए पात्र लोगों तक लाभ पहुंचाने का काम राज्य सरकारें और केंद्र सरकार करती है। मौजूदा समय में इन योजनाओं से एक बड़ी संख्या में लोग जुड़े हैं और लाभ ले रहे हैं। जैसे, किसानों के लिए चलने वाली प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना को ही ले लीजिए।
दरअसल, इस योजना को भारत सरकार चलाती है और इसका लाभ सिर्फ पात्र किसानों को दिया जाता है। इसमें साल में तीन बार 2-2 हजार रुपये किसानों के बैंक खाते में भेजे जाते हैं। योजना के तहत अब तक कुल 19 किस्त जारी हो चुकी हैं और अब बारी 20वीं किस्त की है जिसका इंतजार लाभर्थियों को बेसब्री से है। ऐसे में आखिर ये किस्त कब जारी होगी? तो चलिए जानने की कोशिश करते हैं। योजना से जुड़े किसान अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं…
कब जारी हो सकती है 20वीं किस्त?
- पीएम किसान योजना के अंतर्गत इस बार 20वीं किस्त जारी होनी है। योजना के तहत हर किस्त लगभग चार महीने के अंतराल पर जारी होती है, लेकिन 20वीं किस्त को जारी होने में देरी हो चुकी है क्योंकि ये किस्त जून में जारी होनी थी और अब जुलाई का महीना भी खत्म होने को है।
पीएम किसान योजना की किस्त पीएम मोदी कब जारी कर सकते हैं? – फोटो : pmkisan.gov.in
- वहीं, अब माना जा रहा है कि 20वीं किस्त अगस्त के पहले सप्ताह में जारी हो सकती है। हालांकि, अभी इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। पर माना जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में किस्त जारी होने की तारीख की घोषणा की जा सकती है।
पीएम किसान योजना की किस्त पीएम मोदी कब जारी कर सकते हैं? –
मिलने हैं इतने पैसे
- पीएम किसान योजना से जो भी किसान जुड़ते हैं उन्हें सरकार आर्थिक मदद देती है। योजना के तहत लाभार्थियों को सालाना 6 हजार रुपये की मदद दी जाती है और इस पैसे को 2-2 हजार रुपये की तीन किस्तों में दिया जाता है। ऐसे में इस बार 20वीं किस्त में भी बाकी किस्तों की तरह ही 2 हजार रुपये की राशि किसानों को दी जाएगी।
पीएम किसान योजना की किस्त पीएम मोदी कब जारी कर सकते हैं? –
- जो भी किसान योजना से जुड़े हैं उन्हें योजना के तहत मिलने वाली 2 हजार रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खाते में दी जाती है। सरकार डीबीटी यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए लाभार्थियों के बैंक खाते में किस्त के पैसे हस्तांतरित करती है। इससे सरकार द्वारा जारी की गई पूरी राशि सीधे किसानों को मिलती है।