Raebareli News ! रायबरेली में एक कुत्ते को मारने के मुद्दे पर दो गुट आपस में भिड़ गए, जिससे इलाके में तनाव फैल गया। एक पक्ष ने दूसरे पक्ष पर आरोप लगाया है कि उन्होंने ईंट, पत्थर और डंडों से हमला किया। इस संबंध में पुलिस को तहरीर दे दी गई है। यह मामला मामला सरेनी थाना क्षेत्र का है ।दोनों पक्षों के बीच हुई झड़प का एक वीडियो भी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हो रहा है।
जब एक पक्ष के लोगों ने कथित तौर पर एक कुत्ते को मार दिया। इससे दूसरा पक्ष आक्रोशित हो गया और दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जो जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गई। वीडियो में लोगों को एक-दूसरे पर चिल्लाते और हाथापाई करते हुए देखा जा सकता है।
पुलिस जांच में जुटी
वायरल वीडियो (Viral Video) में दिख रहे एक पक्ष को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का पदाधिकारी बताया जा रहा है। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसकी पुष्टि नहीं की है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है और वीडियो में दिख रहे लोगों की पहचान करने की कोशिश कर रही है।
इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल है। पुलिस का कहना है कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कुत्ते को क्यों मारा गया और झड़प किस वजह से इतनी बढ़ गई।
अन्य मामला
इस घटना से हरियाणा के जिक हिसार के मिर्चपुर में हुई घटना की पुनरावृत्ति हो सकती थी। जिसे मिर्चपुर कांड के नाम से जाना जाता है। 19 अप्रैल, 2010 की रात को एक कुत्ते के भौंकने को लेकर दलित और जाट समुदाय के सदस्यों के बीच हुए विवाद से शुरू हुई थी।
अगले दिन, प्रमुख जाट समुदाय के 200 लोगों की एक गुस्साई भीड़ दलित बस्ती में आई और घरों को आग के हवाले कर दिया। 70-वर्षीय दलित व्यक्ति तारा चंद और उनकी 18-वर्षीय विकलांग बेटी सुमन को उनके घर में ज़िंदा जला दिया गया। कई अन्य घायल हो गए और 150 से अधिक दलित परिवार डर के मारे गांव छोड़कर चले गए। जिसे एक बड़ी घटना के रूप में आज भी याद किया जाता है।