Uttar Pradesh : राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एन०ए०डी०-सी०पी०) योजनान्तर्गत गोवंशीय एवं महिषवंशीय में एफ०एम०डी०-सी०पी० खुरपका-मुँहपका टीकाकरण अभियान के छठे चरण का शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय द्वारा विकास भवन रायबरेली में सचल पशु चिकित्सा वाहनों/पशु टीकाकरण टीमों को हरी झंडी दिखा कर किया गया। उन्होंने बताया कि गोवंशीय एवं महिष वंशीय पशुओं में खुरपका-मुंहपका रोग नियंत्रण व बीमारी के पूर्ण उन्मूलन के लिए 45 दिवसीय सघन टीकाकरण अभियान 23 जुलाई से 05 सितम्बर 2025 तक जनपद के समस्त ग्राम पंचायतों विकास खण्ड स्तरीय उप मुख्य/पशु चिकित्सा अधिकारियों के नेतृत्व में गठित टीकाकरण टीमों द्वारा संचालित किया जाएगा।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ० कुलदीप कुमार द्विवेदी ने बताया कि इस सघन टीकाकरण अभियान के अन्तर्गत पशुपालन विभाग, रायबरेली द्वारा गठित 30 टीमों के माध्यम से जनपद रायबरेली के 06 तहसीलों में कुल 988 ग्राम पंचायतों में 277807 गोवंशीय एवं 4014538 महिष वंशीय पशुओं को खुरपका मुंहपका रोग की रोकथाम हेतु निःशुल्क टीकाकरण किया जायेगा। प्रत्येक टीम की अगुआई स्थानीय पशु चिकित्साधिकारी द्वारा किया जायेगा, जिनके नेतृत्व में पशुधन प्रसार अधिकारी, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, पशु मित्र/मैत्री, वैक्सीनेटर पशुपालकों के द्वार पर जाकर शत प्रतिशत गोवंशीय एवं महिष वंशीय पशुओं को ईयर टैग लगाने के साथ-साथ निःशुल्क एफ0एम0डी0 टीका लगायेंगे।
खुरपका मुंहपका रोग गोवंशीय एवं महिष वंशीय जैसे खुर वाले दुधारू पशुओं में होने वाली एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है जिससे पशुओं के मुंह एवं खुरों में छाले और गंभीर घाव उत्पन्न हो जाते है। भारत में खुरपका मुँहपका रोग पशुधन के लिये एक बहुत ही गम्भीर संक्रामक बीमारी है जिससे हर वर्ष किसानों/पशुपालकों भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। भारत सरकार इस रोग के नियंत्रण हेतु बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान पशुपालन विभाग के माध्यम से वर्ष में दो बार चलाती है।
इसी अभियान के तहत पशुपालन विभाग रायबरेली द्वारा गठित 30 टीमें रायबरेली की 06 तहसीलों में कुल 988 ग्राम पंचायतों में पशुपालकों के द्वार पर जा कर शतप्रतिशत गोवंशीय एवं महिषवंशीय पशुओं में खुरपका मुहपका रोग से बचाव हेतु आगामी 45 दिनों तक निःशुल्क टीकाकरण करेंगी।
इस अवसर पर उप निदेशक कृषि विनोद कुमार, परियोजना निदेशक, डी0आर0डी0ए0 सतीश प्रसाद मिश्र, समस्त तहसीलों पर तैनात उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, पशुधन प्रसार अधिकारी एवं पशुपालन विभाग का समस्त फील्ड स्टाफ उपस्थित रहे।