चित्रकूट का इतिहास (History of Chitrakoot in Hindi)
चित्रकूट, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर स्थित एक प्राचीन और धार्मिक महत्व वाला स्थान है। यह स्थान हिंदू धर्म, पौराणिक कथाओं और ऐतिहासिक घटनाओं से जुड़ा हुआ है। चित्रकूट का नाम संस्कृत के शब्द “चित्र” (सुंदर) और “कूट” (पर्वत) से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है “सुंदर पहाड़ियों वाला स्थान”।
पौराणिक महत्व
- रामायण काल:
- चित्रकूट का सबसे प्रमुख संबंध भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण से है। राम के वनवास के दौरान यह स्थान उनका प्रमुख निवास स्थान था।
- यहाँ मंदाकिनी नदी के तट पर राम, सीता और लक्ष्मण ने कुछ समय बिताया था।
- ऐसा माना जाता है कि भरत यहाँ आकर राम से मिले थे और उन्हें अयोध्या लौटने का अनुरोध किया था, लेकिन राम ने वनवास पूरा करने की प्रतिज्ञा के कारण मना कर दिया।
- कामदगिरि पर्वत को पवित्र माना जाता है, क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि राम यहाँ प्रतिदिन पूजा करते थे।
- महाभारत काल:
- कुछ मान्यताओं के अनुसार, महर्षि अत्रि और सती अनसुइया का आश्रम चित्रकूट में था।
- भीष्म पितामह ने भी चित्रकूट की यात्रा की थी।
ऐतिहासिक महत्व
- गुप्त काल (4वीं-6वीं शताब्दी) में चित्रकूट एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र था।
- मध्यकालीन युग में यह स्थान संतों और तपस्वियों की तपोभूमि रहा। संत तुलसीदास ने यहाँ रामचरितमानस के कुछ भागों की रचना की।
- मुगल काल में अकबर के दरबारी विद्वान अबुल फजल ने चित्रकूट का उल्लेख “आइन-ए-अकबरी” में किया है।
प्रमुख धार्मिक स्थल
- रामघाट: मंदाकिनी नदी पर स्थित, यहाँ प्रतिदिन संध्या आरती होती है।
- कामदगिरि पर्वत: एक पवित्र परिक्रमा मार्ग है, जिसे “पंचकोसी परिक्रमा” कहा जाता है।
- सती अनसुइया आश्रम: यहाँ माता अनसुइया ने तपस्या की थी।
- हनुमान धारा: एक झरने के पास स्थित हनुमान जी का मंदिर।
- भरत मिलाप मंदिर: जहाँ भरत और राम का मिलाप हुआ था।
सांस्कृतिक महत्व
- चित्रकूट में रामलीला और धार्मिक उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाए जाते हैं।
- यह स्थान तीर्थयात्रियों, साधु-संतों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
निष्कर्ष
चित्रकूट भारत के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है, जो प्राकृतिक सौंदर्य, धार्मिक आस्था और ऐतिहासिक विरासत का अनूठा संगम है। यह स्थान आज भी भक्तों और इतिहासप्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
क्या आप चित्रकूट के किसी विशेष पहलू के बारे में और जानना चाहेंगे?