Breaking News : ठाणे शहर में 7.14 करोड़ रुपये के निवेश धोखाधड़ी के एक मुख्य आरोपी को 3 साल बाद उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया है. इस बात की जानकारी एक पुलिस अधिकारी ने एक न्यूज एजेंसी को दी. पुलिस उपायुक्त (आर्थिक अपराध शाखा) पराग मानेरे ने कहा कि आरोपी अजय उसारे (38) ने अपने सहयोगियों के साथ ठाणे के वागले एस्टेट इलाके में एक विदेशी मुद्रा व्यापार कंपनी शुरू की थी और भोले-भाले निवेशकों को ठगा था.
मानेरे के अनुसार यह गिरफ्तारी, जो अब तक की छठी गिरफ्तारी है. साथ ही 91 निवेशकों से 71493349 रुपये की धोखाधड़ी से जुड़े मामले की जांच में ये एक महत्वपूर्ण कदम भी है. करोड़ों रुपये के निवेश धोखाधड़ी में मुख्य खिलाड़ी (उसारे) को आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया है. यह धोखाधड़ी 2022 की है, जब आरोपी और उसके सहयोगियों ने ‘डिवाइन पावर फॉरेक्स ट्रेडिंग’ नाम से एक कंपनी स्थापित की थी.
डीसीपी ने कहा, “आरोपी ने अलग-अलग निवेश योजनाएं शुरू कीं और निवेशकों को 15 महीने तक हर महीने 15 प्रतिशत ब्याज देने का वादा किया.” उच्च रिटर्न के वादे से आकर्षित होकर, कई निवेशकों ने कंपनी की विभिन्न योजनाओं में अपना पैसा लगाया. हालांकि, जब रिटर्न मिलना बंद हो गया और कंपनी ने परिचालन बंद कर दिया,
तो पीड़ितों ने पुलिस से संपर्क किया. कई शिकायतों के आधार पर वागले एस्टेट पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एक प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की, जिसमें 420 (धोखाधड़ी), 406 और 409 (आपराधिक विश्वासघात), 34 (सामान्य इरादा), और 120 बी (आपराधिक साजिश), और महाराष्ट्र जमाकर्ताओं के हितों के संरक्षण (एमपीआईडी) अधिनियम की संबंधित धाराएं शामिल हैं. मानेरे ने कहा कि मामला 7 अक्टूबर, 2024 को ठाणे पुलिस के साइबर सेल को सौंप दिया गया!
और अधिकारियों की एक टीम ने मुख्य आरोपी उसारे का पता लगाना शुरू कर दिया. उसारे भारत से भाग गया था और दुबई व नेपाल जैसे विदेशी स्थानों पर पहचान छिपाकर रह रहा था. हालांकि टीम ने तकनीकी इनपुट और सुरागों पर काम किया और आखिरकार 13 जून को उसे देहरादून, उत्तराखंड में ट्रैक कर लिया. इसके बाद उसारे को ठाणे लाया गया और मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिन्होंने उसे 26 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.
डीसीपी ने बताया कि उसारे इस मामले में गिरफ्तार होने वाला छठा आरोपी है. इस अपराध में कुछ और साझेदारों (जो विदेशी मुद्रा फर्म से जुड़े थे) के शामिल होने की संभावना है. पुलिस आगे की जांच कर रही है. मानेरे ने कहा कि जांच में पहले ही लगभग 8 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की जा चुकी है, जिसके बारे में माना जा रहा है कि यह धोखाधड़ी की आय से जुड़ी है.