घरों के आगे रखे छप्पर उनके नीचे रखे भूसा, गेहूं व अन्य अनाज समेत अगल-बगल लगे कंडो के ढ़ेर ने आग को और आक्रामक कर दिया। तेज हवा के कारण आग ने कुछ ही देर में भयावह रूप ले लिया।
एक घंटे बाद पहुंची फायर ब्रिगेड़ की गाड़ी
फायर ब्रिगेड को अग्निकांड की सूचना दी गई लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंचने में लगभग 1 घंटे लग गया। वहीं गुस्साए ग्रामीणों ने गांव में बनी पानी के टंकी के ऑपरेटर से फौरान पानी छोड़ने का निवेदन किया। काफी देर बार पानी छोड़ा गया तो सभी एकजुट होकर आग बुझाने में लग गए।
इसी बीच फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी पहुंच गई। ग्रामीणों के अथक सहयोग के चलते अग्निशमनदल ने आग पर काबू पाया। इस अग्निकांड में कई लोगों की गृहस्थी जलकर खाक हो गई। वहीं कामती की सात बकरियां ,एक भैंस व एक पड़िया की आग से जलने के चलते मौत हो गई। उसके घर में रखी 30 हजार की नगदी समेत दरवाजे खड़ी बाइक व साइकिल भी चलकर खाक हुई है। आग से कामती भी झुलस गई। उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लालगंज पहुंचाया गया। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार शंभू शरण पांडेय अग्निकांड का जायजा लेते रहे।